अब घर बैठे बनाएं ड्राइविंग लाइसेंस – सिर्फ आधार कार्ड और मोबाइल से! (पूरी गाइड)

क्या आप दोपहिया या चार पहिया वाहन चलाते हैं पर अभी तक ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनवाया है? अब चिंता की कोई बात नहीं! केंद्र सरकार ने इस प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और आसान बना दिया है। जी हाँ, अब आप घर बैठे-बैठे, सिर्फ अपने मोबाइल फोन और आधार कार्ड की मदद से ही ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। RTO के चक्कर लगाने की जरूरत खत्म!

 बिना लाइसेंस चलाने पर हो सकती है भारी परेशानी!


इस सुविधा का फायदा उठाने से पहले, बिना लाइसेंस गाड़ी चलाने के नुकसान जान लें:


भारी चालान: ट्रैफिक पुलिस बिना डीएल गाड़ी चलाने पर ₹1,000 या उससे अधिक का जुर्माना काट सकती है।

बीमा दिक्कत: अगर दुर्घटना हो जाए, तो बिना वैध डीएल के आपको बीमा कंपनी से क्लेम मिलने में बड़ी मुश्किल आ सकती है।


इसलिए, देरी न करें। आइए जानते हैं कैसे बनाएं अपना ड्राइविंग लाइसेंस आसानी से।


 क्या आप पात्र हैं? (योग्यता)


 भारत का नागरिक होना चाहिए।

 दोपहिया वाहन (जैसे बाइक, स्कूटर) चलाने के लिए न्यूनतम आयु 16 वर्ष (माता-पिता/अभिभावक की सहमति जरूरी)।

 प्राइवेट कार जैसे चार पहिया वाहन चलाने के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष

 ट्रांसपोर्ट वाहन (जैसे ट्रक, बस) चलाने के लिए न्यूनतम आयु 20 वर्ष


 घर बैठे आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज


सबसे अच्छी बात यह है कि आपको बस कुछ ही चीजों की जरूरत है, जिन्हें आप आसानी से अपने मोबाइल से स्कैन कर सकते हैं:


1. आधार कार्ड: यह आपकी पहचान और पते के प्रमाण के लिए मुख्य दस्तावेज है। सुनिश्चित करें कि आधार पर पता सही और अपडेटेड है।

2. पैन कार्ड (अनिवार्य नहीं, लेकिन उपयोगी): कई बार आर्थिक पहचान के लिए इसकी मांग की जा सकती है, इसे भी रखने में हर्ज नहीं।

3. पासपोर्ट साइज फोटो: हाल ही की खींची गई साफ़ डिजिटल कॉपी (सफेद बैकग्राउंड वाली)।

4. पता प्रमाण (बैकअप के तौर पर): अगर आधार पर पता सही नहीं है या चेक हो रहा है, तो बिजली बिल, पानी बिल, राशन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट जैसा कोई अन्य पता प्रमाण अपलोड करने के लिए तैयार रखें।

5. डिजिटल सिग्नेचर (सरल तरीका): चिंता न करें! आमतौर पर आधार आधारित ई-साइन (eSign) की सुविधा पोर्टल पर ही मिल जाती है। आपको बस अपना आधार नंबर डालना होगा और ओटीपी वेरिफाई करना होगा।


 कितना लगेगा खर्च? और कितना समय?


आवेदन शुल्क: लर्नर लाइसेंस के लिए आवेदन फीस आमतौर पर ₹200 से ₹350 के बीच होती है। ध्यान रखें, यह फीस अलग-अलग राज्यों में थोड़ी भिन्न हो सकती है।

भुगतान के तरीके: फीस का भुगतान ऑनलाइन ही करना होता है। आप नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या UPI (जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm) का इस्तेमाल कर सकते हैं।

समय सीमा: लर्नर लाइसेंस (Learner License - LL) मिलने के बाद, आपको 6 महीने के अंदर परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस (Permanent Driving License - DL) के लिए आवेदन करना जरूरी होता है।


 स्टेप-बाय-स्टेप गाइड: ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस कैसे बनवाएं?

पूरी प्रक्रिया सरल और सीधी है। बस इन चरणों का पालन करें:


1. पोर्टल पर जाएँ:

     सबसे पहले कंप्यूटर या मोबाइल के ब्राउज़र में आधिकारिक परिवहन सेवा पोर्टल खोलें। (https://parivahan.gov.in/parivahan/)

     अपने राज्य का चयन करें। यह बहुत जरूरी है क्योंकि प्रक्रिया राज्य-विशिष्ट हो सकती है।


2. सही विकल्प चुनें:

     होमपेज पर "Driving Licence" या "Apply for Driving Licence" जैसे सेक्शन में जाएं।

     "Apply for Learner Licence" के विकल्प पर क्लिक करें। (ध्यान दें: पहला कदम लर्नर लाइसेंस बनाना ही है)।


3. फॉर्म भरें:

     अब आपके सामने एक ऑनलाइन फॉर्म खुलेगा।

     इसमें अपनी सभी व्यक्तिगत जानकारी ध्यान से भरें: पूरा नाम (आधार के अनुसार), माता-पिता का नाम, जन्म तिथि, स्थायी पता, वर्तमान पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि।

     जिस वाहन का लाइसेंस चाहिए (जैसे मोटरसाइकिल, लाइट मोटर व्हीकल - कार) उसे सही से चुनें।


4. दस्तावेज अपलोड करें:

     फॉर्म में मांगे गए सभी जरूरी दस्तावेजों (आधार, फोटो, पता प्रमाण - अगर जरूरत हो) की स्कैन कॉपी या साफ़ फोटो अपलोड करें।

     फाइल का साइज और फॉर्मेट (जैसे PDF, JPG) पोर्टल पर बताए गए निर्देशों के अनुसार ही होना चाहिए।


5. फीस का भुगतान करें:

     फॉर्म सबमिट करने के बाद, ऑनलाइन भुगतान पेज पर रीडायरेक्ट हो जाएंगे।

     अपनी पसंद का भुगतान का तरीका (UPI, नेट बैंकिंग, कार्ड) चुनें और फीस सफलतापूर्वक जमा करें। भुगतान की रसीद (Payment Receipt) जरूर सेव कर लें या प्रिंट निकाल लें।


6. बुक करें और दें ऑनलाइन टेस्ट (सबसे आसान कदम!):

     फीस भरने के बाद, आपको लर्नर लाइसेंस टेस्ट के लिए स्लॉट बुक करने का विकल्प मिलेगा।

     सबसे बड़ी खुशखबरी! आप घर बैठे ही अपने मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर से यह टेस्ट दे सकते हैं।

     निर्धारित तारीख और समय पर लॉग इन करें। टेस्ट पूरी तरह ऑटोमेटेड है।

     टेस्ट में ट्रैफिक नियमों, सड़क संकेतों (साइन बोर्ड्स), और सुरक्षित ड्राइविंग प्रथाओं से जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) पूछे जाएंगे।

     टिप: टेस्ट से पहले ऑनलाइन उपलब्ध ट्रैफिक नियमों और साइन बोर्ड्स की अच्छे से तैयारी कर लें। अपना इंटरनेट कनेक्शन और वेबकैम/माइक (अगर जरूरत हो) चेक कर लें।


7. लर्नर लाइसेंस प्राप्त करें:

     टेस्ट पास करने के बाद, आपका डिजिटल लर्नर लाइसेंस जनरेट हो जाएगा। आप इसे पोर्टल से डाउनलोड कर सकते हैं।

     कुछ दिनों में आपको हार्ड कॉपी भी डाक से आपके पते पर मिल सकती है (यह प्रक्रिया राज्यों में अलग हो सकती है)।


 परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस (DL) के लिए अगला कदम


 लर्नर लाइसेंस मिलने के कम से कम 30 दिन बाद और अधिकतम 6 महीने के अंदर, आपको परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस (DL) के लिए आवेदन करना होगा।

 यह आवेदन भी उसी परिवहन पोर्टल पर ऑनलाइन किया जा सकता है। आपको "Apply for Permanent Driving Licence" का विकल्प चुनना होगा।

 परमानेंट लाइसेंस के लिए आमतौर पर ड्राइविंग टेस्ट (RTO में या कभी-कभी ऑनलाइन/वीडियो बेस्ड भी) देना होता है। इसकी जानकारी पोर्टल पर मिल जाएगी।


 निष्कर्ष: सुविधा आपके दरवाजे पर!


ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना अब पहले से कहीं ज्यादा सरल, तेज और सुविधाजनक हो गया है। सरकार की इस डिजिटल पहल ने RTO के चक्कर काटने और लंबी लाइनों में खड़े होने की जरूरत को खत्म कर दिया है। बस एक मोबाइल फोन, आधार कार्ड और सक्रिय इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत है। तो, देर किस बात की? आज ही परिवहन पोर्टल पर जाएँ और अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया शुरू करें! याद रखें, वैध ड्राइविंग लाइसेंस न सिर्फ जुर्माने से बचाता है, बल्कि आपकी सड़क सुरक्षा और बीमा सुरक्षा के लिए भी बेहद जरूरी है। सुरक्षित ड्राइविंग करें!

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