यार, फ़ोन में ये ऐप्स डाला तो नहीं? Google ने Play Store से 331 मैलिशियस ऐप्स हटाए, लाखों यूजर्स का डेटा था खतरे में!
अगर आपके फ़ोन में AquaTracker, Scan Hawk, या TranslateScan जैसे ऐप्स हैं, तो सावधान हो जाइए! Google ने हाल ही में Play Store से ऐसे 331 ऐप्स को बैन किया है, जो दिखने में तो "कूल टूल्स" लगते थे, लेकिन असल में यूजर्स का डेटा चुराने और फ़ेक एड्स दिखाने का जुगाड़ कर रहे थे। हैरानी की बात ये है कि इन्हें 6 करोड़ से ज़्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका था!
क्या हुआ था पूरा माजरा?
कुछ दिन पहले साइबर सिक्योरिटी कंपनी Bitdefender ने गूगल को चेतावनी दी थी कि Play Store पर कुछ ऐप्स "Vapor" नाम के ऑपरेशन के तहत यूजर्स को ठग रहे हैं। ये ऐप्स आपके फ़ोन में घुसते ही:
- छुप जाते थे: इनके आइकन और नाम बदलकर Google Voice जैसे लेजिट ऐप्स की नकल की जाती थी।
- बैकग्राउंड में चोरी-चुपके काम करते थे: आपका फ़ोन अनलॉक होते ही ये खुद-ब-खुद चलने लगते, पर Recent Apps लिस्ट में दिखते ही नहीं थे!
- फ़ेक लॉगिन पेज फेंकते थे: फेसबुक, YouTube जैसी साइट्स के नकली लॉगिन पेज बनाकर आपका पासवर्ड या क्रेडिट कार्ड डिटेल्स मांगते थे।
- ऐड्स का सैलाब लाते थे: फुल-स्क्रीन एड्स दिखाकर आपको परेशान करते, और इन एड्स के क्लिक्स से हैकर्स पैसा कमाते थे।
"मासूम" दिखने वाले ये ऐप्स थे खतरनाक!
Bitdefender की लिस्ट में शामिल कुछ ऐप्स के नाम:
- AquaTracker (पानी पीने का रिमाइंडर देने वाला ऐप)
- Scan Hawk (दावा करता था कि फ़ोन को वायरस से स्कैन करेगा)
- TranslateScan (इमेज से टेक्स्ट ट्रांसलेट करने का ऐप)
- Be More (सेल्फ-हेल्प और मोटिवेशनल कंटेंट वाला ऐप)
सबसे हैरानी की बात? इनमें से हर ऐप को 10 लाख से ज़्यादा बार डाउनलोड किया गया था! यानी लाखों लोगों का डेटा लीक होने का खतरा था।
गूगल ने क्या किया?
रिपोर्ट मिलते ही गूगल ने तुरंत इन 331 ऐप्स को Play Store से हटा दिया। पर सवाल ये है कि इतने डाउनलोड्स के बाद भी ये ऐप्स गूगल की सिक्योरिटी चेक को कैसे पास कर गए? गूगल का कहना है कि वो लगातार ऐसे ऐप्स को स्कैन करते हैं, लेकिन हैकर्स नए-नए तरीकों से बच निकलने में माहिर हैं।
अपने फ़ोन को सेफ रखने के 5 आसान टिप्स:
1. "Permissions" पर नजर रखो: कोई ऐप कैमरा, माइक, या लोकेशन एक्सेस मांगे तो सोचकर हाँ करो।
2. डेवलपर का नाम चेक करो: "Super Apps Studio" या "Best Mobile Tools" जैसे जेनरिक नाम वाले डेवलपर्स से बचो।
3. रीव्यूज़ पढ़ो: अगर सारे कमेंट्स "Awesome app!" या "Great" जैसे जेनरिक हैं, तो शक करो।
4. Play Protect चालू करो: सेटिंग्स में जाकर इसे ऑन कर दो। ये मैलवेयर को ऑटो स्कैन करता है।
5. अनइंस्टॉल करो अगर: बैटरी जल्दी खत्म हो, फ़ोन हीट करे, या एड्स की बमबारी हो।
"अरे यार, मेरे फ़ोन में तो ये ऐप्स हैं!"
अगर आपने भी इनमें से कोई ऐप इंस्टॉल किया है, तो तुरंत उसे डिलीट कर दो। साथ ही, अपने पासवर्ड बदलो और बैंक अकाउंट एक्टिविटी चेक करो। याद रखो, हैकर्स आपकी एक छोटी सी गलती का फायदा उठाने के लिए तैयार बैठे हैं!
फ़ैसला आपका:
Play Store पर हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती। अगली बार कोई ऐप डाउनलोड करने से पहले थोड़ा रुककर सोचें—क्या ये ऐप वाकई ज़रूरी है, या सिर्फ एक चमकदार जाल? 😉